ज्ञान और विद्वता को सुधारने और ताज़ा करने के लिए पर्याप्त सुविधा प्रदान करना किसी भी शैक्षणिक कालेज की एक प्रमुख जिम्मेदारी है
हमारे पास अत्याधुनिक और पूरी तरह से सुसज्जित प्रयोगशालाएं हैं, जो भारतीय मानकों का सख्ती से पालन करती हैं। हमारी अच्छी तरह से स्थापित प्रयोगशालाएँ।
हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी के साथ हमारी पूर्ण कंप्यूटर लैब, छात्रों को और अधिक जानने के लिए एक आदर्श प्रवेश द्वार प्रदान करती है।
कॉलेज के सभी प्रमुख स्थानों जैसे मुख्य द्वार, गैलरी, जीने, प्लेग्राउन्ड, गार्डन एवं सभी कक्षाओं में CCTV कैमरे लगाये गये है। जिनके द्वारा छात्र/छात्राओ द्वारा किये गये सभी क्रियाकलापों की निगरानी रखी जाती है।
शिक्षा के माध्यम से राष्ट्र की संस्कृति का संरक्षण, संवर्धन एवं हस्तानांतर होता है | छात्राएं शिक्षा के माध्यम से ही अपने व्यक्तित्व का विकास तथा राष्ट्रीय संस्कृति को ग्रहण कर सकती हैं |
शिक्षा हमारे अन्तर्निहित अज्ञान रूपी अंधकार को दूर कर ज्ञानरुपी प्रकाश को प्रज्जवलित करती हैं | यह व्यक्ति को सभ्य सुसंस्कृत बनाने का एक सशक्त माध्यम हैं | यह हमारी अनुभूति एवं संवेदनशीनलता को प्रबल करती है तथा वर्तमान एवं भविष्य के निर्माण का अनुपम स्रोत हैं | आज का मानव अपने मानवीय मूल्यों के प्रति विमुख हो चुका हैं | ऐसा स्थिति में उचित शिक्षा ही हमारे आदर्श एवं विश्वास समाज में अनुपस्थित होते जा रहे हैं | ऐसी स्थिति में उचित शिक्षा ही हमारे मूल्यों को विकसित करने में सार्थक कदम उठा सकती हैं | शिक्षा हमारे वंछित शक्ति का विकास करती हैं | इसके आधार पर ही अनुसंधान और विकास को बल मिलता है |..
Read Moreहृषिकेश आदर्श इण्टर कालेज अंवती जमानियॉ गाजीपुर एक ख्याति प्राप्त इण्टर कालेज है | इण्टर कालेज में नामांकन लेने के आपके निर्णय का मै स्वागत करता हूँ की यह इण्टर कालेज आपके भविष्य को सवारने में पूरा योगदान देगा | इण्टर कालेज संस्कार युक्त शिक्षा ग्रहण करने का सुगम एवं सुलभ संसथान है | योग्य एवं अनुभवी शिक्षकों के निर्देशन में सभी विषयों की नियमित पढाई एवं परीक्षा की विशेष तयारी इण्टर कालेज के शैक्षणीक वातावरण को और भी प्रभावित करता है | यही कारण है की क्षेत्र के बहार के लोग भी इंटर शिक्षा ग्रहण करने दूर-दूर से आते है | कठिन परिश्रम और अनुशासन हमारा मूल मंत्र है | मैं आपके उज्जवल भविष्य की कामना करता हूँ |
उठो, जागो और लक्ष्य पूरा होने तक मत रुको। – स्वामी विवेकानंद
जब तक आप खुद पर विश्वास नहीं करते हैं तब तक आप भगवान पर विश्वास नहीं कर सकते।
यदि हम ईश्वर को अपने हृदय में और प्रत्येक जीवित प्राणी में नहीं देख सकते, तो हम खोजने कहां जा सकते हैं। – स्वामी विवेकानंद
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